कन्या विद्यालय नादौन में भारतीय भाषा ग्रीष्मकालीन शिविर के तीसरे दिन कला, संगीत, नृत्य व चित्रकला का आयोजन
राजकीय कन्या विद्यालय नादौन में भारतीय भाषा ग्रीष्मकालीन शिविर के तीसरे दिन छात्राओं ने विभिन्न भारतीय भाषाओं में गीत, चित्रकला और नृत्य के माध्यम से सांस्कृतिक एकता का संदेश दिया।

रूहानी नरयाल। नादौन
राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नादौन में भारतीय भाषा ग्रीष्मकालीन शिविर के तीसरे दिन कला, संगीत, नृत्य व चित्रकला का आयोजन किया गया। इस उपलक्ष्य पर शिविर के प्रभारी व प्रवक्ता राकेश कुमार शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। जानकारी देते हुए संस्कृत अध्यापक नरेश मलोटिया ने बताया कि विद्यालय में बहुभाषिकता को बढ़ावा देने हेतु शिविर के माध्यम से विविध गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। तीसरे दिन छात्राओं ने विद्यालय के संगीत अध्यापक नरेंद्र सिंह ठाकुर की अगुवाई में विभिन्न भाषाओं में देशभक्ति गीत गाकर भाषाओं के नए-नए शब्दों को सीखा और समझा। इस दौरान विद्यालय में विभिन्न क्षेत्रों से अध्ययन कर रही छात्राओं में असमिया, बंगाली, भोजपुरी, पंजाबी, हरियाणवी, राजस्थानी, पहाड़ी और संस्कृत भाषा के गीतों को गाकर भाषाई एकात्मकता को जाना। इस दौरान छात्राओं ने संगीत व संस्कृत अध्यापक के निर्देशन में अद्वितीय वाद्ययंत्रों के नाम, गीत पत्रकों के उपयोग, नृत्य शादी की बारीकियों को भी सीखा। इसके अतिरिक्त अध्यापिका बनिता के निर्देशन में स्थानीय चित्रकला, शैलियों, वस्तुओं, कलाकृतियों आदि का चित्रांकन किया और विविध भाषाई विषयों को समझा। इस प्रकार छात्राओं ने विविध गतिविधियों के माध्यम से बहुभाषिकता के उपयोग को जाना और समझा। अंत में विद्यालय के उप प्रधानाचार्य परमजीत सिंह ने बताया कि इस पहल का महत्वपूर्ण उद्देश्य छात्राओं को भारतीय भाषाओं की भाषाई और सांस्कृतिक एकता का अनुभव कराने में सहायता करना, अपनी मातृभाषा के अलावा अपनी पसंद की किसी अन्य भारतीय भाषा में बुनियादी बातचीत कौशल हासिल करने में सक्षम बनाना तथा भाषा सीखने के माध्यम से आपसी सम्मान सांस्कृतिक प्रशंसा और राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देना है। इस उपलक्ष्य पर विद्यालय के अन्य अध्यापक भी उपस्थित रहे।
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