बज्रेश्वरी मंदिर कांगड़ा के लंगर में श्रद्धालुओं को अब चावल के साथ मिलेगी रोटी
बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा में लंगर सेवा में अब चावल के साथ चपाती भी परोसी जाएगी। सेहत कारणों से चावल न खाने वाले श्रद्धालु अब भी लंगर का लाभ उठा सकेंगे। मंदिर को चपाती बनाने की मशीन डॉ. भरत भूषण द्वारा भेंट की गई है।

सुमन महाशा। कांगड़ा
बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा में आने वाले श्रद्धालुओं को दी जाने वाली लंगर की सुविधा में अब चावल के साथ चपाती भी परोसी जाएगी। इसके बारे में बताते हुए मंदिर अधिकारी नीलम राणा ने कहा श्रद्धालुओं की निरंतर मांग थी कि लंगर में चावल के साथ चपाती भी परोसी जाए क्योंकि बहुत से श्रद्धालु सेहत कारणों के चलते चावल का सेवन नहीं कर पाते हैं और वह लंगर की सुविधा से वंचित रह जाते थे ऐसे श्रद्धालु भी अब मंदिर में लंगर ग्रहण कर सकेंगे।
मंदिर अधिकारी नीलम राणा ने बताया कि मंदिर प्रशासन और ट्रस्ट सदस्यों के प्रयासों के चलते मंदिर को चपाती बनाने वाली मशीन की सुविधा मिली है। मंदिर को चपाती बनाने वाली लगभग 2 लाख रुपये की मशीन को दीनानगर निवासी डॉक्टर भरत भूषण द्वारा माता के चरणों में भेंट स्वरूप दिया गया है। इस भेंट के लिए प्रशासन और ट्रस्ट सदस्यों ने उनका आभार व्यक्त किया। आज इस चपाती बनाने की मशीन को मंदिर अधिकारी नीलम राणा ने लंगर भवन में कार्यरत कर्मचारियों को दिया इस मौके पर मंदिर अधिकारी नीलम राणा, ट्रस्ट सदस्य अशोक हिमाचली और मंदिर जेइ विजय कुमार मौजूद रहे।
मंदिर अधिकारी और ट्रस्ट सदस्य अशोक हिमाचली ने कहा नवरात्रों से पहले इस मशीन का मंदिर को मिलना बहुत सुखद बात है क्योंकि नवरात्रों में आने वाले हजारों ऐसे श्रद्धालु अब मंदिर में लंगर ग्रहण कर सकेंगे जो चपाती के अभाव में इससे वंचित रह जाते थे। मंदिर अधिकारी नीलम राणा ने अशोक हिमाचली सहित समस्त मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों के प्रयासों की भी प्रशंसा की जो निरंतर मंदिर की बैठकों में इन समस्याओं को उठाते रहे जिसके परिणाम स्वरूप आज कांगड़ा मंदिर के लंगर की व्यवस्था में सुधार हुआ है लंगर में कार्य करने वाले सभी कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड भी लागू किया गया है।
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