पंडित अमरनाथ शर्मा की पुण्यतिथि पर शांता कुमार ने श्रद्धा सुमन किए अर्पित
आप जीवन में जो चाहे बनें लेकिन पहले एक अच्छा मनुष्य अवश्य बनें अगर आप बेहतर मनुष्य नहीं बन पाए तो कभी भी अर्श से फर्श पर आ सकते हैं।
मनोज धीमान। पालमपुर
आप जीवन में जो चाहे बनें लेकिन पहले एक अच्छा मनुष्य अवश्य बनें अगर आप बेहतर मनुष्य नहीं बन पाए तो कभी भी अर्श से फर्श पर आ सकते हैं। महान दार्शनिक, शिक्षाविद, राजनीतिज्ञ व सनातन धर्म के ध्वजवाहक पंडित अमरनाथ शर्मा की 35 वीं पुण्यतिथि पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने ये संदेश दिया। गाेस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म महाविद्यालय राजपुर में पंडित अमरनाथ शर्मा की 35 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह में शांता कुमार विशेष रूप से श्रद्धा सुमन अर्पित करने व अपनी मातृ संस्था को वंदन करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के सिद्धांत मेरी सत्यता, निष्ठा, कर्तव्य, ईमानदारी पर चलने का मूल कारण रहे हैं। उन्होंने भागवत गीता के अनुसार कर्म करने और हर परिस्थिति को स्वीकार कर जीवन में प्रसन्नता, शांति और निष्ठा से आगे बढ़ने को अपने जीवन का मुख्य स्त्रोत बताया उन्होंने महाविद्यालय के सभागार में उपस्थित विशेष रूप से भावी युवा पीढ़ी को जीवन में अच्छा मनुष्य बनने की सीख दी। पंडित अमरनाथ शर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करते उन्होंने अपने अनुभव सांझा किए और बताया कि पंडित अमरनाथ शर्मा जीवन के हर पग पर उनके साथ पिता के समान रहे। उन्होंने कहा कि पिता तुल्य अमरनाथ शर्मा के साथ उनका रिश्ता सिद्धांतों का रिश्ता रहा। इस कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित अमरनाथ शर्मा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण करने व दीप प्रज्वलन से किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के निदेशक एवं प्राचार्य डाॅ. विवेक शर्मा ने पंडित को विशेष रूप से श्रद्धांजलि अर्पित करने शांता कुमार और सभी सुधिजनों का स्वागत किया। पंडित अमरनाथ शर्मा द्वारा किए गए सेवा कार्यों व उनके द्वारा संस्थापित आदर्शों और नैतिक मूल्यों पर चलने का आग्रह किया।
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