टांडा मेडिकल कॉलेज में पहली बार राज्य स्तरीय चिकित्सा सम्मेलन
डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज, टांडा में पहली बार राज्य स्तरीय चिकित्सा सम्मेलन आयोजित हुआ। प्रशिक्षु चिकित्सकों ने स्वास्थ्य चुनौतियों पर मंथन किया।

सुमन महाशा। कांगड़ा
डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज, टांडा में पहली बार राज्य स्तरीय चिकित्सा सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में प्रशिक्षु चिकित्सकों ने स्वास्थ्य क्षेत्र में उभरती चुनौतियों से निपटने, नए उपचारों और नैदानिक तरीकों पर विचार-विमर्श किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री डा. क्षमा मैत्रेय ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में तीव्र विकास के चलते मेडिकल छात्रों के लिए आजीवन सीखने और नवाचार से जुड़े कौशल हासिल करने के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने युवाओं से भौतिकवादी सोच से आगे बढ़कर समाज की वास्तविक समस्याओं को पहचानकर सेवा करने पर बल दिया।
सम्मेलन में प्रशिक्षु चिकित्सकों ने वैज्ञानिक पेपर प्रस्तुत किए और क्लीनिकल केयर प्रेजेंटेशन दिए। साथ ही स्वास्थ्य क्षेत्र में आई तकनीकी प्रगति और उसके प्रभावों पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम की समन्वयक डा. मोनिका पठानिया ने बताया कि इस सम्मेलन का उद्देश्य छात्रों में समस्या-समाधान कौशल विकसित करना और उन्हें भविष्य की स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करना था। यह राज्य का पहला स्नातक चिकित्सा सम्मेलन है जिसकी मेजबानी टांडा मेडिकल कॉलेज ने की।
सम्मेलन की सचिव अग्रिमा कपूर और आयोजन समिति के प्रमुख शशांक कौल, जनहवी, चिराग, ईशान, गौरव, मनेश, मनीषा और अक्षि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। आयोजन को प्रतिष्ठित संकाय सलाहकारों डा. राजीव गोयल, डा. प्रदीप अत्रि, डा. मोनिका पठानिया, डा. अविनाश और डा. संधेश का मार्गदर्शन मिला।
इस सम्मेलन में लगभग 250 प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपने विचार साझा किए।
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