एआई और ड्रोन की मदद से बढ़ा सकेंगे मृदा स्वास्थ्य व बीज गुणवत्ता
कृषि विज्ञान केंद्र, कांगड़ा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में एआई और ड्रोन से मृदा स्वास्थ्य और बीज गुणवत्ता सुधार पर चर्चा हुई। डॉ. नीतू शर्मा को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

सुमन महाशा। कांगड़ा
हिंदुस्तान कृषि अनुसंधान कल्याण सोसायटी आगरा, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के विभिन्न संस्थानों एवं अंतर्राष्टीय संगठनों द्वारा द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा में किया गया। साथ ही इस कार्यक्रम में वैज्ञानिक डॉ. नीतू शर्मा को गृह विज्ञान एवं कृषि के क्षेत्र में उनके सराहनीय योगदान, उत्कृष्ट उपलब्धियों और प्रतिबद्धताओं के आधार पर “सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केंद्र वैज्ञानिक पुरस्कार" से सम्मानित किया गया। यह सम्मेलन 3-5 नवंबर, 2024 को “प्राकृतिक कृषि नवाचार : हरित कृषि भविष्य हेतु एआई और ड्रोन के माध्यम से मृदा स्वास्थ्य व बीज गुणवत्ता में वृद्धि” शीर्षक पर आधारित था। इस सम्मेलन में दुनिया भर के कई प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों और विद्वानों ने भाग लिया व प्राकृतिक कृषि से सम्बंधित विषयों पर अपने उद्बोधन प्रस्तुत किये।
डॉ.नीतू को उनके शोध प्रकाशन, पुस्तकें , पुस्तक अध्याय, कृषकों की सफलता की कहानियां, आमंत्रित वार्ता, राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस प्रस्तुतियां, परामर्श सेवाएं, एवं एसएचजी/किसान क्लबों का प्रबंधन व उद्यमिता विकास , विभिन्न प्रौद्योगिकियों के परिक्षण व विस्तार के आधार पर इस प्रतिष्ठित पुरस्कार द्वारा सम्मानित किया गया। डॉ. नीतू शर्मा को पहले भी उनकी उपलब्धियों के लिए युवा वैज्ञानिक पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति पुरस्कार व अन्य कई प्रशस्ति पत्र ग्रहण करने का गौरव प्राप्त है।
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