एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा में एक विशेष कार्यक्रम का किया आयोजन
जन्माष्टमी के पावन पर्व के उपलक्ष्य पर एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा में संस्कृत विभाग के सौजन्य से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सुमन महाशा। कांगड़ा
जन्माष्टमी के पावन पर्व के उपलक्ष्य पर एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा में संस्कृत विभाग के सौजन्य से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ बलजीत सिंह पटियाल ने इस विशेष कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
विभाग के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लिया।
इस अवसर पर संस्कृत विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अरुणदीप शर्मा ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पड़ती है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव होता है।
उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण अर्जुन से कहते हैं
“कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन, मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि”
अर्थात् कर्म ही पूजा है ,कर्म ही भक्ति है, इसलिए कर्म को पूरे मन से करना चाहिए। भगवान श्री कृष्ण ने कर्म के महत्व को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा है कि कर्म किए जाओ, फल की चिंता मत करो।
इस दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बलजीत सिंह पटियाल ने कहा कि कृष्ण जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मैं आशा और प्रार्थना करता हूं कि श्री कृष्ण का आशीर्वाद हमेशा सभी के साथ रहे। भगवान श्री कृष्ण सभी के जीवन को खुशियों, शांति और समृद्धि से भरें। उन्होंने कहा कि जन्माष्टमी, भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की खुशी में मनाया जाता है, जो अधर्म पर धर्म की विजय और प्रेम और ज्ञान का संदेश देता है।
इस दौरान महाविद्यालय के प्राध्यापक वर्ग में डॉ सीमा देवी, डॉ मोनिका, प्रो मनोज और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे ।
What's Your Reaction?






