मां का पहला दूध, जीवनभर का वरदान! कांगड़ा में विश्व स्तनपान सप्ताह पर खास कार्यक्रम आयोजित
विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर ग्रेस स्कूल ऑफ नर्सिंग और सिविल अस्पताल कांगड़ा ने मिलकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में स्तनपान के महत्व, लाभ और इससे जुड़े वैज्ञानिक तथ्यों पर जानकारी दी गई।

सुमन महाशा, कांगड़ा।
ग्रेस स्कूल ऑफ़ नर्सिंग और सिविल हॉस्पिटल कांगड़ा ने मिलकर विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम 4 अगस्त को सिविल अस्पताल परिसर में संपन्न हुआ।
1 से 7 अगस्त तक मनाए जा रहे विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत इस कार्यक्रम में माताओं और आम जनता को स्तनपान के महत्व और लाभों के बारे में जागरूक किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एसएमओ डॉ. अल्पना ने बताया कि
“मां का दूध शिशु के पहले 6 महीने के लिए संपूर्ण और सर्वोत्तम आहार है। इसमें मौजूद एंटीबॉडी बच्चों को संक्रमण और बीमारियों से बचाते हैं।”
🏷️ इस वर्ष की थीम:
“स्तनपान को सक्षम बनाना – एक स्वस्थ ग्रह बनाना”
इस थीम के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि स्तनपान न केवल शिशु और मां के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास में भी योगदान देता है।
🌍 WHO का आंकलन:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, यदि सभी नवजात शिशुओं को सही तरीके से स्तनपान कराया जाए तो हर साल 800,000 से अधिक बच्चों की जान बचाई जा सकती है।
🎭 रचनात्मक प्रस्तुति:
ग्रेस स्कूल ऑफ नर्सिंग की प्रशिक्षु नर्सों ने पोस्टर प्रदर्शनी और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से उपस्थित लोगों को स्तनपान के महत्व पर सृजनात्मक रूप से जागरूक किया।
👩⚕️ उपस्थित प्रमुख व्यक्ति:
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डॉ. अल्पना (एसएमओ)
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डॉ. संजय
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डॉ. अंकुश
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डॉ. मीनाक्षी
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डॉ. अमरोह
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वाइस प्रिंसिपल कनिका
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मैडम शबनम
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ग्रेस स्कूल की प्रशिक्षु नर्सें
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