“भक्तों को दर्शन देने पिंडी रूप में हिमानी चमुंडा से नीचे उतरी थी ये देवी”
कांगड़ा की चमुंदा देवी का मंदिर शक्तिशाली देवी और रहस्यमय कथाओं के लिए प्रसिद्ध है। हर भक्त यहां आस्था और सुरक्षा की कामना करता है।

कांगड़ा की पहाड़ियों में स्थित यह मंदिर: निर्माण और इतिहास
यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की ऊंची पहाड़ियों में स्थित है, जहां से आसपास के गांव और घाटियों का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण प्राचीन काल में हुआ था और इसे स्थानीय लोग सदियों से अपनी आस्था और श्रद्धा के प्रतीक के रूप में मानते आए हैं। मंदिर की स्थापना के पीछे यह मान्यता है कि देवी अपने भक्तों की रक्षा और मार्गदर्शन के लिए इसी स्थान पर निवास करती हैं। समय के साथ, यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी प्रसिद्ध हो गया। यहां हर साल श्रद्धालु विशेष अवसरों और त्यौहारों पर दर्शन करने आते हैं और देवी की कृपा का अनुभव करते हैं।
हर रोज जलती चिता और हरिद्वार जैसा अनुभव
कहा जाता है कि इस मंदिर में हर रोज एक चिता जलती है, और इसे देखकर भक्तों को हरिद्वार जैसा आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होता है। स्थानीय मान्यता के अनुसार, यहां अस्थि विसर्जन करने से भक्तों को हरिद्वार में होने वाले विसर्जन जैसा फल मिलता है। लोग मानते हैं कि देवी की यह कृपा उनके जीवन में आस्था और सुरक्षा का अनुभव कराती है। यही कारण है कि श्रद्धालु यहां आते हैं और पूरे श्रद्धा भाव से देवी के सामने प्रार्थना करते हैं, ताकि उनका जीवन खुशहाल और सुरक्षित बने।
नंदीकेश्वर धाम का महत्व
“नंदीकेश्वर धाम” नाम इसीलिए पड़ा क्योंकि यह स्थान भगवान शिव और उनके वाहन नंदी बैल से जुड़ा हुआ माना जाता है। स्थानीय मान्यता है कि इस धाम में भगवान शिव का विशेष निवास है और यहां भक्तों को शक्ति, आशीर्वाद और सुरक्षा प्राप्त होती है।
इसके अलावा, कहा जाता है कि यह स्थान शिव के भक्तों और साधुओं का विशेष केंद्र रहा है। यहां के रहस्य और आध्यात्मिक ऊर्जा के कारण इसे “धाम” यानी पवित्र और शक्तिशाली स्थल कहा जाता है।
श्रद्धालु मानते हैं कि नंदीकेश्वर धाम में दर्शन और पूजा करने से संकट दूर होते हैं, मनोकामना पूरी होती है और जीवन में आस्था और शक्ति का अनुभव होता है। यही कारण है कि इसे नंदीकेश्वर धाम के नाम से जाना जाता है और हर साल यहां कई श्रद्धालु आते हैं।
What's Your Reaction?






