एनआईआईएलएम यूनिवर्सिटी कैथल में अध्ययन और अनुसंधान के साथ विद्यार्थियों के नवीनतम ज्ञान हेतु आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रम
एनआईआईएलएम यूनिवर्सिटी कैथल में रिसर्च एथिक्स और AI पर सप्ताह भर चला कार्यक्रम, वैश्विक वक्ताओं ने छात्रों और शोधकर्ताओं को दिया नई दिशा में मार्गदर्शन।

सुमन महाशा। कांगड़ा
एनआईआईएलएम यूनिवर्सिटी कैथल में ‘‘रिसर्च एंड पब्लिकेशन एथिक्सः मुद्दे, चुनौतियों एवं समाधान’’ विषय पर साप्ताहिक फैकल्टी डवैलप्मैंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया जिसमें वाईस चांसलर प्रो (डॉ) शमीम अहमद के साथ मुख्य अतिथि मेरठ विश्वविद्यालय के प्रो (डॉ) दिनेष कुमार, गैस्ट ऑफ ऑनर प्रो (डॉ) प्रदीप कुमार, डीन एकेडमिक्स आरके गुप्ता, डायैक्टर एवं डीन आर एंड डी प्रो (डॉ) संदीप तथा सैट्रंल युनिवर्सिटी हरियाणा से लाईब्रेरी साईंस के डॉ अमित कुमार ने अपने विचार व्यक्त किए। सभी ने इस बात पर जोर दिया कि वैश्वीकरण के युग में रिचर्स और पब्लिकेशन में नैतिकता की अत्यंत आवश्यकता है। इस कार्यक्रम में अनुसंधानकर्ताओं, विद्यार्थियों तथा प्रतिभागियों को विषेष टिप्स दिये गए ताकि वे अपने रिसर्च पेपर बिना पलेगिएरिजम के तैयार कर सके और विशिष्ट जनरल में छपवा सके। स्पीकर प्रिसींपल डॉ. आर.के. उप्पल ने क्वालिटी रिसर्च, फिलासफी और एथिक्स पर अपने विचारों से सभी श्रोताओं को प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में डॉ रेणु बाला ने कनविनर, डॉ कोमल ने कोऑर्डिनेटर की भूमिका निभाई। डॉ प्रीति ने मंच का संचालन किया।
साप्ताहिक कार्यक्रम उपरांत ‘‘आर्टीफिसियल इंटैलिजैंस तथा एक्सलेरेटिड टैक्नोलिजी एडवांसमैंट इन ड्राईविंग ससटेनेबल डवैलप्मैंट’’ विषय पर अर्न्तराष्ट्रीय मल्टीडिसिपिलिनरी सेमीनार का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न देषों विशेषतौर पर सौमालिया के विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचारों का आदान-प्रदान किया। मुख्य अतिथि वाईस चांसलर प्रो (डॉ) शमीम अहमद ने आज के वैश्वीकरण के युग में कृत्रिम बौद्धिकता और सतत विकास हेतु तकनीकि उन्नतियों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए। अनुसंधानकर्ताओं तथा उपस्थित जनसमुदायों को प्रेरित किया। डॉ प्रदीप कुमार ने कांफ्रेंस चेयर परसन, डॉ. रेणु बाला तथा डॉ. राजीव पाल ने सेशन चेयरपर्सन की भूमिका निभाई। इस अवसर पर रजिस्ट्रार डॉ राजीव, डीन एकेडमिक्स प्रो (डॉ) आरके गुप्ता, डीन डॉ रेखा गुप्ता तथा डायरेक्टर एवं डीन रिसर्च डेवलपमेंट, प्रो (डॉ) संदीप कुमार ने अहम भूमिका अदा की। कौन कनवीनर प्रो(डॉ ) राजीव, मुहमद अबदी अली, आईसीटी डायरेक्टर नीले युनिवर्सिटी सोमालिया, को कनवीनर डॉ. दीपक, को-ओडिनेटर डॉ. अराधना, ओरगेनाईजिंग सेक्रेटरी डॉ. अमृता सोनी, डॉ. पोपिन कुमार, डॉ. भावना तथा डॉ. प्रियंका ने सेशन के कोऑर्डिनेटर के रूप में अपना विषेष योगदान दिया। पंजाब युनिवर्सिटी चंडीगढ़ के डॉ. गुरपाल सिंह, डॉ. रवि प्रताप तथा कैलिफोर्निया (यू.एस.ए.) साउथ के एन.यू.के. प्रो. सिविना ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार सांझा किए। इस अवसर पर डॉ. मनजीत सिंह, डॉ. महिन्द्र सिंह, डॉ. विशाल, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. रविन्द्र, डॉ. रवि कुमार, डॉ. नरेन्द्र तथा डॉ. पवित्रता, डॉ. एकता, डॉ. सुमन सहित सभी फैकल्टी सदस्य तथा तकनीकि विषेषज्ञ उपस्थित रहे।
इससे पहले एनआईआईएलएम विष्वविद्यालय के सौजन्य से हिमाचल प्रदेष में डीएवी कॉलेज पालमपुर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर तथा शरण कॉलेज ऑफ एजुकेश न कॉंगड़ा में एजुकेशनल सेनेरियों विषयों पर दो सेमीनारों का आयोजन किया गया। इन दोनों संगोष्ठीयों में मुख्य अतिथि वाईस चांसलर प्रो. (डॉ.) शमीम अहमद, डीन एकेडमिकस डॉ. आर.के. गुप्ता, डायरैक्टर एवं डीन रिसर्च एंड डेवलेपमेंट डॉ. संदीप तथा कोऑर्डिनेटर डॉ. प्रदीप कुमार ने अपना विषेष योगदान दिया।
इस प्रकार एनआईआईएलएम विष्वविद्यालय में अनुसंधान के साथ-साथ अनुसंधानकर्ताओं तथा विद्यार्थियों को समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा नवीनतम ज्ञान से अवगत करवाया जाता है ताकि विद्यार्थी जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सके तथा राष्ट्र के आर्थिक विकास में योगदान दे सके।
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