पंचभीष्म मेले कल से, मां के जयकारों से गूंजेगा जयंती मंदिर
पुराना कागंड़ा के पास पहाड़ी पर स्थित प्राचीन जयंती मंदिर में 23 नवंबर से पंचभीष्म मेले का आगाज हो रहा है।

ब्यूरो। रोजाना हिमाचल
पुराना कागंड़ा के पास पहाड़ी पर स्थित प्राचीन जयंती मंदिर में 23 नवंबर से पंचभीष्म मेले का आगाज हो रहा है। पांच दिवसीय इस मेले में कांगड़ा के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों के हजारों लोग यहां माथा टेकने के लिए आते हैं। मेले की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं। मेले में जाम से निजात के लिए और पार्किंग व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात रहेगा। बताते चलें तो हर वर्ष कार्तिक मास की एकादशी से ये मेले शुरू होते है। यहां स्थानीय लोग प्रसाद, खिलौने और जलेबी-पकोड़ों के स्टाल लगाकर अजीविका चलाते हैं। इसके साथ ही मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए फ्री लंगर की भी व्यवस्था की गई है।
गौरतलब है कि जयंती माता को मां दुर्गा की छठी भुजा का एक स्वरूप माना जाता है। माना जाता है कि कांगड़ा में माता का यह मंदिर द्वापर युग में निर्माण हुआ था। जयंती माता जहां जीत का प्रतीक है वहीं वह पापनाशिनी भी है। पौराणिक कथाओं के अनुसार यहां पर पांडवों का भी वास कुछ समय तक रहा है। इसलिए यह मंदिर आज भी लोगों की आस्था का प्रतीक बना हुआ है। मंदिर तक पहुंचने के लिए पैदल मार्ग सीढ़ियों से है जहां से चार किलोमीटर की चढ़ाई चढ़कर मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। वहीं डीएसपी अंकित शर्मा ने बताया कि मेले में सुरक्षा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
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