लोगों की राय, टीसीपी में शामिल न किए जाए ग्रामीण एरिया :देवेंद्र जग्गी
धर्मशाला के ग्रामीण इलाकों को टीसीपी में शामिल करने पर ग्रामीणों में रोष की लहर है।

ब्यूरो। रोजाना हिमाचल
धर्मशाला के ग्रामीण इलाकों को टीसीपी में शामिल करने पर ग्रामीणों में रोष की लहर है। लोगों का कहना है कि कृषि योग्य भूमि को टीसीपी में शामिल करना सही नहीं है। इस सिलसिले ने ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस कमेटी के महासचिव व धर्मशाला नगर निगम के काउंसर देवेंद्र जग्गी को अपनी समस्या से अवगत करवाया है। इस मौके पर धर्मशाला कांग्रेस के नेता देवेंद्र जग्गी ने जिला प्रशासन से मांग की है हाल ही में जो प्रशासन ने अधिसूचना जारी की है, उसे तब तक लंबित रखा जाए, जब तक लोगों की राय नहीं ली जाती। उन्होंने तर्क दिया कि धर्मशाला प्लानिंग एरिया में ऐसे 22 ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ा गया है। इन क्षेत्रों में पूर्णतया कृषि की जाती है तथा ये गांव क्षेत्र के लिहाज से काफी फैले हुए हैं। परंतु इन गांवों को जोडऩे से पहले उनमें आने वाली जनता से कोई राय या सुझाव नहीं लिए गए, जो कि जनहित में नहीं है।
देवेंद्र जग्गी ने कहा कि इन गांवों को प्लानिंग एरिया में जोडऩे की किसी भी दृष्टि से अभी तक आवश्यकता नहीं है। उन्होंने प्रशासन को ज्ञापन के जरिए मांग ही है फिलहाल ग्रामीण क्षेत्रों को टीसीपी में शामिल करने की आवश्यक्ता नहीं है अगर फिर भविष्य में इसकी जरूरत महसूस होगी तो पंचायत प्रतिनिधियों के अलावा ग्रामीणों की राय को जानने के बाद ही टीसीपी एरिया में शामिल किया जाए।
सीएम के समक्ष रखूंगा मसला
कांग्रेस नेता देवेंद्र जग्गी ने कहा कि वह लोगों की समस्या को सीएम सुक्खू के समक्ष रखेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री लोगों की समस्या का जरूर निदान करेेंगे। इस मौके ग्रामीणों ने कांग्रेस नेता देवेंद्र जग्गी और उपायुक्त के जरिए प्रदेश सरकार को भी ज्ञापन भेजा।
What's Your Reaction?






