शरण कॉलेज में मनाया विश्व पर्यावरण दिवस,लगाए पेड़ पौधे
शरण बी एड कॉलेज (घुरकडी) की छात्राओं ने 2024 पर्यावरण दिवस पर भूमि बहाली, मरुस्थलीय और सूखा सहनशीलता थीम पर पौधरोपण कर जागरूकता अभियान चलाया और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया।

सुमन महाशा। काँगड़ा
आज के बदलते परिवेश में जहाँ पेड़ों को और पृथ्वी को अनदेखा कर काटा जा रहा है ,वहीं शरण बी एड कॉलेज (घुरकडी) की छात्राओं ने इस वर्ष 2024 पर्यावरण दिवस की थीम भूमि बहाली, मरुस्थलीय और सूखा सहनशीलता पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देकर लोगों को जागरूक किया। इस मौके पर छात्राओं ने शरण कॉलेज के आस-पास के क्षेत्रफल में ऑक्सीजन से भरपूर पौधे लगाए तथा औरों को भी पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही इस अवसर पर छात्राओं के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षु छात्राओं ने पोस्टर मेकिंग व स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और सभी से पृथ्वी को हरा-भरा व अधिक पौधे लगाने व पेड़ न काटने की अपील की। साथ ही उन्होंने पर्यावरण व ग्लोबल वार्मिंग के प्रति जागरूक करते हुए बोला की आने वाले समय में हम अगर इसी हिसाब से पेड़ काटते जायेंगे तो ग्लोबल वार्मिंग का असर हमें साफ़ देखने को मिल सकता है क्यूंकि पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं। जब पेड़ काटे जाते हैं, तो यह प्रक्रिया बंद हो जाती है। उनके इस जागरूकता अभियान में सभी छात्राओं ने अपनी भागीदारी दी। इसके अलावा छात्राओं ने प्राँगण की साफ- सफाई और पौधरोपण किया। उन्होंने अपने कर्त्तव्य का पालन करते हुए घर, कॉलेज प्रांगण को स्वच्छ व स्वस्थ बनाने का बीड़ा उठाया। कॉलेज प्राचार्या डॉ सुमन शर्मा ने छात्राओं के कार्य को काफी सराहा तथा उनसे घर तथा आसपास के वातावरण में इसी तरह साफ़ सफाई रखने की अपील की। उन्होंने प्लास्टिक को कैसे रीयूज कर सकते हैं उसका तरीका भी बताया ।उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे प्लास्टिक के बैग और बोतलें जिन्हें हम बेकार समझकर इधर-उधर पृथ्वी पर फेंक कर पृथ्वी को प्रदूषित करते हैं उनका हम रीयूज कर लाभ कमाकर अपनी अर्थव्यवस्था मजबूत कर सकते हैं जिससे हमारी पृथ्वी सुन्दर और स्वच्छ रहेगी। साथ ही छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण हेतु शपथ भी दिलवाई गई। प्लेज के दौरान सभी प्रशिक्षु छात्राओं के साथ-साथ, प्रिंसिपल, कॉलेज स्टॉफ शामिल रहा। सभी प्रतियोगिता के दौरान छात्राओं का उत्साह देखते ही बनता था।
What's Your Reaction?






