नादौन क्षेत्र के मौनी बाबा कुटिया में शिवपुराण कथा से शिवमय हुआ वातावरण
नादौन क्षेत्र के पवित्र तीर्थस्थल पूज्य मौनी बाबा कुटिया में शिवकथा प्रांगण के शिवालय में प्रतिदिन शिवार्चन, रुद्राभिषेक आदि पूजन वैदिक विधि से सम्पन्न हो रहा है।

रूहानी नरयाल। नादौन
नादौन क्षेत्र के पवित्र तीर्थस्थल पूज्य मौनी बाबा कुटिया में शिवकथा प्रांगण के शिवालय में प्रतिदिन शिवार्चन, रुद्राभिषेक आदि पूजन वैदिक विधि से सम्पन्न हो रहा है। जिसमें पवित्र वेदध्वनि से दिव्य-वातावरण का सृजन हो रहा है। बता दें कि कनखल हरिद्वार से पधारे कथाव्यास नैष्ठिक ब्रह्मचारी गोविन्द चैतन्य जी महाराज ने कथा के प्रथम दिवस के उपलक्ष्य पर शिवपुराण के माहात्म्य को बताते हुए कहा कि शिवकथा के श्रवण से अंतःकरण की शुद्धि होती है तथा कथा श्रोता शिवभक्ति पाकर शिवपद को प्राप्त कर लेते हैं। शिवपुराण सुनने के लिए चारों वर्णों और चारों आश्रमों के शिव भक्त अधिकारी हैं। स्वामी जी ने नाम से ब्राह्मण देवराज तथा उसकी पत्नी की कथा को विस्तार से सुनाते हुए बताया कि कान और आँख इन दोनों इन्द्रियों का निग्रह न होने से इस दंपति को नारकीय यातनाएं भोगनी पड़ीं। इसलिए वेद में ईश्वर से प्रार्थना की गई है, कि हम कानों से कल्याणकारी वचन ही सुनें तथा आंखों से भी मंगल ही देखें, अन्यथा नरक का द्वार खुला है। शिव आराधना से शिवलोक की प्राप्ति होती है। इस उपलक्ष्य पर प्रसिद्ध विद्वान के.सी.मदान, डॉ रत्न चंद शर्मा, देवराज, राजकुमार, रामस्वरूप, प्रमोद पठानिया, अन्नपूर्णा, संतोष आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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