आउटसोर्स ड्राइवरों की सेवाएं समाप्त करने का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण : पुनीत सोनी
कांगड़ा में विद्युत बोर्ड द्वारा 81 आउटसोर्स ड्राइवरों की सेवाएं समाप्त करने के निर्णय पर यूनियन ने कड़ी आपत्ति जताई, इसे फिजूलखर्ची का हिस्सा बताते हुए सरकार से पुनर्विचार की मांग की है।

विशाल वर्मा। शाहपुर
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड आउटसोर्स कर्मचारी यूनियन जिला कांगड़ा के प्रधान पुनीत सोनी ने हाल ही में बोर्ड प्रबंधन द्वारा 81 आउटसोर्स ड्राइवरों की सेवाएं समाप्त करने के निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा की बोर्ड प्रबंधन के दमनकारी निर्णय की वजह से 81 परिवारों की रोजी-रोटी पर संकट के बादल आ गए हैं। उन्होंने कहा की एक तरफ तो बोर्ड प्रबंधन द्वारा 90 हजार रुपए मासिक भाड़े पर ट्रक धड़ाधड़ मंडल स्तर पर किराए पर लगाए जा रहे हैं इसके अतिरिक्त तेल का खर्चा भी बोर्ड खुद बहन कर रहा है।
परंतु दूसरी तरफ लगभग 13-14 वर्षों से मात्र 12 हजार के मासिक वेतन पर कार्य कर रहे आउटसोर्स ड्राइवरों की सेवाएं समाप्त की जा रही है। उन्होंने कहा घाटे का रोना रोने वाला बोर्ड प्रबंधन लाखों रुपए मासिक किराए के रूप में प्राइवेट फर्मों को दे रहा है। अगर इसकी जगह बोर्ड प्रबंधन अपने बाहनो की खरीद करके आउटसोर्स ड्राइवरों की सेवा जारी रखता है तो इससे फिजूलखर्ची को बचाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने बिजली बोर्ड में सुधारीकरण के लिए कास्ट कटिंग के नाम पर कुछ अप्रत्याशित निर्णय लिए हैं और दूसरी तरफ बोर्ड प्रबंधन फिजूलखर्ची करते हुए प्राइवेट फर्मों से धड़ाधड़ किराए पर गाड़ियां ले रहा है। ऐसे दोहरे मापदंड हैरान कर देने वाले हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार व बोर्ड प्रबंधन वर्ग से मांग की है। कि आउटसोर्स ड्राइवरों की सेवा समाप्त करने के निर्णय को तत्काल प्रभाव से वापिस लिया जाए अन्यथा प्रदेश भर का आउटसोर्स कर्मचारी सड़कों पर उतर के इस निर्णय का जमकर विरोध करेगा।
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