उपमंडल स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता की गोल्डन जुबली को बनाया अंतिम जुबली : अमित वर्मा
एक ओर जहां सरकार युवाओं को नशे से दूर करने और खेलों के प्रति आकर्षित करने के दावे करती थकती नहीं, वहीं दूसरी तरफ कांगड़ा में लंबे समय से आयोजित की जा रही उपमंडल स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन इस बार नहीं किया गया।

सुमन महाशा। कांगड़ा
एक ओर जहां सरकार युवाओं को नशे से दूर करने और खेलों के प्रति आकर्षित करने के दावे करती थकती नहीं, वहीं दूसरी तरफ कांगड़ा में लंबे समय से आयोजित की जा रही उपमंडल स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन इस बार नहीं किया गया। यह बात समाजसेवी अमित वर्मा ने की। उन्होंने कहा कि उपमंडल स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में विभिन्न खेलों के माध्यम से युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता था, लेकिन अब सरकार ने युवाओं से यह मौका भी छीन लिया है। अमित वर्मा ने कहा कि न जाने ऐसे आयोजनों को बंद करके सरकार युवा पीढ़ी को किस ओर ले जाना चाहती है। गणतंत्र दिवस पर नगर परिषद मैदान कांगड़ा में आयोजित हॉकी टूर्नामेंट में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करने पहुंचे अमित वर्मा ने कहा कि खेलों से युवाओं में नई ऊर्जा का संचार होता है, लेकिन कांगड़ा उपमंडल में खेलों को दरकिनार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उपमंडल स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का पूरा क्षेत्र इंतजार करता था। इस वर्ष इस प्रतियोगिता के 50 वर्ष पूर्ण होने थे और गोल्डन जुबली मनाई जानी थी, लेकिन प्रतियोगिता के कर्ता-धर्ताओं ने इस खेलकूद प्रतियोगिता को अंतिम जुबली बनाकर रख दिया है। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए हम नई शुरूआत खेल मेले के माध्यम से करेंगे, जहां सब प्रकार की खेलें क्रिकेट, हॉकी, फुटबल, बास्केटबाल और कबडडी की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। युवाओं को खेलों के प्रति आकर्षित करते हुए नशे से दूर करने के लिए हम अपने प्रयास जारी रखेंगे।
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