विरामल फाउंडेशन द्वारा कांगड़ा और हमीरपुर में तीन दिवसीय समर कैंप का सफल आयोजन
विरामल फाउंडेशन ने कांगड़ा और हमीरपुर में 3 दिवसीय समर कैंप आयोजित कर बच्चों को SEE (Social, Emotional, Ethical) शिक्षा से जोड़ा। 150 से अधिक बच्चे लाभान्वित।

सुमन महाशा। कांगड़ा
विरामल फाउंडेशन ने हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग के सहयोग से कांगड़ा और हमीरपुर जिलों में तीन दिवसीय समर कैंप का सफल आयोजन किया। यह शिविर 6 से 8 जून 2025 तक कांगड़ा की खोली पंचायत और हमीरपुर की कोहला पंचायत में आयोजित किया गया, जिसमें बच्चों की सामाजिक, भावनात्मक और नैतिक (Social, Emotional, and Ethical - SEE) शिक्षा को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया गया।
इस कैंप का उद्देश्य बच्चों में आत्म-जागरूकता, सहानुभूति, आभार व्यक्त करने की भावना और अभिभावकों के साथ सकारात्मक संवाद को सुदृढ़ करना था। बच्चों के भावनात्मक कल्याण को केंद्र में रखकर शिविर में विभिन्न रचनात्मक गतिविधियाँ, संवादमूलक सत्र और सहयोगात्मक खेलों का आयोजन किया गया।
तीन दिवसीय कैंप में लगभग 150 बच्चों और 75 महिलाओं/अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कांगड़ा जिले से गांधी फेलोज़ अपूर्वा और अभिषेक तथा हमीरपुर से कृष्णा और जगन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस मौके पर विरामल फाउंडेशन के हिमाचल प्रदेश कार्यक्रम प्रबंधक राजेंद्र ठाकुर ने कहा,
"Social, Emotional और Ethical Learning आज की शिक्षा का अनिवार्य हिस्सा है। जब बच्चे अपनी भावनाओं को समझते हैं और दूसरों की भावनाओं के प्रति संवेदनशील बनते हैं, तभी वे बेहतर विद्यार्थी ही नहीं, बल्कि बेहतर नागरिक भी बनते हैं।"
कार्यक्रम के समापन पर खोली पंचायत प्रधान केवल चौधरी और कोहला पंचायत की प्रधान तनुशा मेहता ने बच्चों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किए, जिससे बच्चों का मनोबल और आत्मविश्वास बढ़ा।
यह पहल न केवल बच्चों के समग्र विकास की दिशा में एक प्रभावी प्रयास है, बल्कि स्थानीय समुदायों में भावनात्मक समझ, सामाजिक एकजुटता और नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध हो रही है।
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