कर्मचारियों व पेंशनरों में निराशा, मुख्यमंत्री ने नहीं दी कोई भी सौगात
हिमाचल प्रदेश सचिवालय एवं अन्य संबद्ध पेंशनर कल्याण संघ के महासचिव भूप राम वर्मा के अनुसार मुख्यमंत्री द्वारा 55वे पूर्ण राजत्व दिवस पर बैजनाथ में राज्य स्तरीय समारोह में कर्मचारियों और पेंशनरों को कोई राहत नहीं दी है।

ओम प्रकाश शर्मा। शिमला
हिमाचल प्रदेश सचिवालय एवं अन्य संबद्ध पेंशनर कल्याण संघ के महासचिव भूप राम वर्मा के अनुसार मुख्यमंत्री द्वारा 55वे पूर्ण राजत्व दिवस पर बैजनाथ में राज्य स्तरीय समारोह में कर्मचारियों और पेंशनरों को कोई राहत नहीं दी है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कर्मचारीयो और पेंशनरों को इस मौके पर चार फ़ीसदी महंगाई भत्ते देने की पूरी आशा थी। मगर सुख की सरकार ने इस उपहार से भी कर्मचारीयो एवं पेंशनरों को वंचित कर दिया। भूपराम वर्मा के अनुसार पिछले इतिहास को देखें तो पूर्व मुख्यमंत्री ऐसे अवसरों पर अपने कर्मचारियों एवं पेंशनरों को कुछ ना कुछ सौगात देते थे। मगर इस बार निराशा ही हाथ लगी हैं।
वर्मा का कहना है कि इस महंगाई के दौर में हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए 11% महंगाई भत्ता देय है। मुख्यमंत्री के पिछले वित्त वर्ष के लिखित बजट भाषण के पृष्ठ संख्या 71 की मद संख्या 189 के अनुसार कर्मचारियों और पेंशनरों को बकाया वित्तीय देय राशि 1 मार्च 2024 से पहले देने की घोषणा की गई थी। परंतु अभी तक लीव इन कैशमेंट और ग्रेजूटी की अदायगी भी नहीं हो पाई है। इसके अतिरिक्त चिकित्सा बिलों का भुगतान भी लंबित है। भूपराम वर्मा का मानना है कि कर्मचारियों और पेंशनरों में रोष व्याप्त है। यदि उनके बकाया महंगाई भत्ते वह बिलों की अदायगी समय रहते नहीं की जाती तो इसका खामियाजा भुगतने के लिए सरकार को तैयार रहना होगा।
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