प्रदेश सरकार और श्रम कल्याण बोर्ड के खिलाफ मजदूर यूनियन ने किया विरोध प्रदर्शन
मंगलवार को हिमाचल भवन, सड़क एवं अन्य निर्माण मजदूर यूनियन संबंधित सीटू ने श्रम कल्याण बोर्ड व प्रदेश सरकार के खिलाफ नादौन ब्लॉक के गांव-गांव में विरोध प्रदर्शन किए।

रूहानी नरयाल। नादौन
मंगलवार को हिमाचल भवन, सड़क एवं अन्य निर्माण मजदूर यूनियन संबंधित सीटू ने श्रम कल्याण बोर्ड व प्रदेश सरकार के खिलाफ नादौन ब्लॉक के गांव-गांव में विरोध प्रदर्शन किए। यूनियन का आरोप है कि जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है तब से ही श्रम कल्याण बोर्ड में मजदूरों का पंजीकरण व नवीनीकरण नहीं हो रहा है। इसी कड़ी में नादौन ब्लॉक के गांव कंडरोला, जोल सप्पड़, अप्पर सोहारी गांवों में मजदूरों ने प्रदर्शन किए और सरकार और श्रम कल्याण बोर्ड के अधिकारियों के खिलाफ रोष व्यक्त किया। आज के प्रदर्शन को हिमाचल भवन सड़क एवं अन्य निर्माण मजदूर यूनियन के राज्य अध्यक्ष जोगिंदर कुमार ने संबोधित किया उनहोने कहा कि मजदूरों के लंबित लाभ जारी नहीं किए जा रहे हैं जिससे मजदूरों में भारी निराशा है। उनका कहना है कि मजदूर लगातार अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री सहित तमाम सरकार के प्रतिनिधियों से कई बार मिल चुके हैं लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। उनका आरोप है कि श्रम कल्याण बोर्ड के सचिव से बात करें तो वह कुछ और बात करते हैं और जिलों में उनके श्रम कल्याण अधिकारी अलग तरह की बात करते हैं। अलग -अलग जिलों में काम करने के अलग -अलग पैमाने तय हैं। अपनी मनमर्जी के मुताबिक श्रम कल्याण अधिकारियों द्वारा 1996 में बने कानून को अब नए तरीके से परिभाषित किया जा रहा है और बहाने बनाकर गरीब मजदूरों को परेशान किया जा रहा है।
मजदूरों का कहना है कि 1996 में निर्माण मजदूरों के लिए बने इस कानून के तहत श्रम कल्याण बोर्ड में मजदूरों का पंजीकरण व नवीनीकरण होता है और मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा जैसे बच्चों को पढ़ाने के लिए छात्रवृत्ति, बीमारी की स्थिति में इलाज, बच्चों की शादी के लिए, बुढ़ापे में पेंशन आदि का सहारा इत्यादि लाभ दिए जाते हैं। परंतु नई सरकार के बनने के बाद से और नए श्रम अधिकारियों की मनमर्जी और गैर जिम्मेदाराना तरीके से हमीरपुर जिला के हजारों मजदूर बेहद परेशान है इसलिए यूनियन ने अब गांव के स्तर पर गांव-गांव कल्याण बोर्ड और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। मजदूरों का कहना है कि अगर निर्माण मजदूरों के कल्याण बोर्ड ने लाभ जारी नहीं किए गए और मजदूरों का नवीनीकरण व पंजीकरण पहले की तरह नहीं शुरू किया गया तो आने वाले समय में आंदोलन और तेज किया जाएगा। इस दौरान वीना देवी, सीमा, राधा, सुनीता, वनिता, सरिता, कांता सहित दर्जनों लोगों ने हिस्सा लिया। मजदूरों ने फैसला किया कि अगर मजदूरों की मांगें नहीं मानी गई तो आने वाले लोकसभा चुनावों में सरकार के प्रतिनिधियों का काले झंडों के साथ स्वागत किया जाएगा।
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