कालका माता मंदिर में मक्खन से किया मां की पिंडी का श्रृंगार
कांगड़ा के साथ लगती पंचायत समीरपुर में स्थित कालका माता के प्राचीन मंदिर में इस बार देसी घी से बने मक्खन से काली मां की पिंडी पर लेप किया गया।

सुमन महाशा। कांगड़ा
कांगड़ा के साथ लगती पंचायत समीरपुर में स्थित कालका माता के प्राचीन मंदिर में इस बार देसी घी से बने मक्खन से काली मां की पिंडी पर लेप किया गया। इस पर मंदिर के पुजारी महंत जीवन गिरी का कहना है कि इस कार्य को करने के लिए गांव वासियों का बहुत सहयोग रहा है । 7 दिनों तक चलने वाले इस घृत पर्व की परंपरा कई शताब्दी वर्ष पुरानी है। 7 दिनों बाद माता की पावन पिंडी से इस मक्खन को उतारा जाएगा और श्रद्धालुओं में वितरित किया जाएगा। मान्यता यह है की मक्खन रूपी यह प्रसाद एक औषधि का काम करता है और चर्म रोग के लिए यह एक रामबाण इलाज है। साथ ही माता के दर शीश नवाने के लिए दूर दूर से लोग पहुंच रहे हैं ।
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