वोकेशनल टीचर्स के तारणहार बनने पहुंचे विक्रमादित्य सिंह, हर संभव सहयोग का दिया आश्वासन
शिमला के चौड़ा मैदान में अपनी मांगों की आवाज उठाते हुए वोकेशनल टीचर्स पिछले लगभग एक सप्ताह से धरना प्रदर्शन पर है।

ओम प्रकाश शर्मा । शिमला
शिमला के चौड़ा मैदान में अपनी मांगों की आवाज उठाते हुए वोकेशनल टीचर्स पिछले लगभग एक सप्ताह से धरना प्रदर्शन पर है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि उन्हें स्थाई पॉलिसी बनाई जाए, वह कंपनियों से छुटकारा दिलाया जाए। इसी संदर्भ में आज हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण व शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने चौड़ा मैदान में “ वोकेशनल टीचर्स ” से मुलाकात की तथा उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। युवा मंत्री ने कहा कि हम इस विषय को प्रदेश सरकार की कैबिनेट मीटिंग में उठाएंगे और पूर्ण करने का हर संभव प्रयास करेंगे। प्रदर्शनकारियों ने उनकी सुध लेने के लिए युवा मंत्री का हृदय से आभार भी व्यक्त किया।
सूत्रों की माने तो वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में लगभग 2174 वोकेशनल टीचर्स हैं जो लगभग 1100 स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के वोकेशनल टीचर्स को प्राइवेट कंपनियों के जरिए सेवाओं में रखा गया है। उनका कहना है कि प्राइवेट कंपनियां उन्हें शोषित कर रही है इसलिए प्राइवेट कंपनियों को बाहर रखा जाए। बता दे की सरकारी स्कूलों में साल 2013 में 9वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए वोकेशनल कोर्सेज शुरू किए गए थे।
जिसके लिए 17 कंपनियों को वोकेशनल टीचर्स की भर्ती के लिए पंजीकृत भी किया गया। वर्तमान सरकार ने अप्रैल महीने में वोकेशनल टीचर्स का मानदेय बढ़ाने वह छुट्टियों के आदेश जारी किए। जिसके लिए उन्होंने सरकार का आभार भी व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों की माने तो एरियर का भुगतान अभी तक भी नहीं हो सका है।
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