नादौन में कन्या विद्यालय की मॉक ड्रिल बनी जागरूकता का माध्यम
राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नादौन में मॉक ड्रिल के ज़रिए छात्राओं को भूकंप जैसी आपदाओं के समय संयम, सुरक्षा और आत्म-सहायता के व्यवहारिक उपाय सिखाए गए। 'झुको, ढको और पकड़ो' जैसी तकनीकों पर विशेष बल।

कन्या विद्यालय नादौन में आपदा प्रबंधन के तहत मॉक ड्रिल, 'झुको, ढको और पकड़ो' जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की गई
नादौन, 9 जून
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कन्या नादौन में सोमवार को आपदा प्रबंधन के तहत एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा के समय स्वयं को नियंत्रित करना, संयम एवं सुरक्षा उपायों की व्यावहारिक जानकारी को प्राप्त करना है। इस मॉक ड्रिल का नेतृत्व विद्यालय की प्रधानाचार्या राजरानी के निर्देशन में किया गया। उन्होंने आपदा के समय डर पैदा करने की बजाय समझदारी से काम लेने हेतु छात्राओं को प्रेरित गया। संस्कृत शिक्षक नरेश मलोटिया ने जानकारी देते हुए बताया कि मॉक ड्रिल के माध्यम से विद्यार्थियों को 'झुको, ढको और पकड़ो' जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की गई, ताकि वास्तविक स्थिति में सभी छात्राएं स्वयं और समाज को सुरक्षित बनाने हेतु सक्षम हो जाएं। इस अवसर पर विद्यालय के आपदा प्रबंधन प्रभारी विनोद अवस्थी विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को आपदा के समय प्राथमिक सहायता, सुरक्षित स्थान की पहचान और सामूहिक बचाव जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए प्रशिक्षण दिया। अन्य सभी शिक्षकों ने भी विद्यार्थियों को व्यवहारिक उदाहरणों के माध्यम से आपदा प्रबंधन की जानकारियाँ प्रदान की। विद्यालय की समस्त छात्राओं ने भी इस मॉक ड्रिल में सक्रिय रूप से भाग लिया और सावधानियों का अभ्यास सीखा। विद्यालय में यह अभ्यास न केवल ज्ञान प्राप्ति का आयोजन था अपितु छात्राओं के माध्यम से संपूर्ण समाज को इस प्रकार की आपदाओं से अवगत करवा कर जागरूक करना भी था।
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