जनता का मतदान ही देश का राजनेता चुनेगी
लोकतंत्र में देश का नेता चुनने के लिए जनबल ही सबसे बड़ी ताकत साबित हो रही है और जनता की ताकत से ही 5 वर्ष के लिए प्रदेश में सरकार बनती है। हिमाचल की जनता बहुत जागरूक है और उसे पता है की किसे हमे नेता चुनना है।
लोकतंत्र में देश का नेता चुनने के लिए जनबल ही सबसे बड़ी ताकत साबित हो रही है और जनता की ताकत से ही 5 वर्ष के लिए प्रदेश में सरकार बनती है। हिमाचल की जनता बहुत जागरूक है और उसे पता है की किसे हमे नेता चुनना है। बीते 14 महीने के अंतराल में किस प्रकार प्रदेश की सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा गया और किस प्रकार नोट की ताकत दिखाकर भाजपा ने लोगों की भावनाओं के साथ खेला है। लोकतंत्र को बचाने के लिए ये चुनाव जनता का है और ये जनता को हक़ है की वो किसे अपना वोट डाले। मुख्यमंत्री सुखविंदर अपने परिवार सहित मतदान के लिए आए और उसके बाद उन्होंने पत्रकारों के साथ कहा की ये चुनाव पार्टी को गिराने या बचाने का नहीं बल्कि जनता का है ताकि भविष्य में जनता की ताकत से आई सरकार के साथ किसी भी प्रकार का कोई षड़यंत्र न रचा जा सके। उन्होंने कहा की ये चुनाव जनता का है और जनता ही इसको जीतेगी। “जनबल जीतेगा और धनबल हारेगा। “उन्होंने कहा की वर्तमान सरकार पूरे 5 साल सत्ता में रहेगी और लोकसभा और विधानसभा की पूरी 10 की 10 सीटें अपने हित में करेगी । इससे भाजपा को अपने अहंकार का भी पता चलेगा जब जनता उन्हें भारी मतदान से हराएगी। हमारे 34 विधायकों ने उन 6 विधायकों की तरह अपना मान नहीं बेचा और अब हमारे विधायकों की संख्या 40 होगी और अगर इसके बाद भी उपचुनाव हुए तो हमारे विधायकों की संख्या बढ़ेगी ही बढ़ेगी घटेगी नहीं। उन्होंने आगे कहा की मंडी सहित सभी लोकसभा सीटों में कोई कांटे की टक्कर नहीं है क्यूंकि जब जनता मतदान करती है तो व प्रदेश में हुए कार्यों को देखकर वोट करती है और साथ हि साथ पार्टी से ऊपर उठकर वोट करती है।जनता के बल के आगे धनबल टिक नहीं सकता। पैसे से राजनीती न हो ,इसीलिए अब जनता ऊपर आ खड़ी है। ये उपचुनाव दो वजहों से लड़ा गया ,एक तो प्रदेश सरकार के 14 माह के कार्यकाल में जो प्रदेश की जनता को फायदा हुआ और दूसरा जनता की भावनाओं के साथ सौदा किया ,इसको लेकर जनता में आक्रोश है। उन्होंने प्रदेश में ओपीएस,महिलाओं को 1500 महीने तथा इंतकाल सहित अन्य योजनाएं भी गिनाई।
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